मैंने देखा एक बुलबुल को
कान में कुछ कहते हुए गुल को
डाल डाल पर घूम घूम कर
बुलबुल गाती झूम झूम कर
***औरत यानि समाज की इज्ज़त*** तू प्रेम में राधा बनी , गृहस्थी मे बनी जानकी..... अब तू भी अपना रूप बदल ..... कि अब बात है तेरे सुरक्षा और सम्...
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