काम जब भी कोई नया कीजिये
मशवरा दोस्तो कर लिया कीजिये
आईने की तरह साफ़ है दिल मेरा
आप भी अपना दिल आईना कीजिये
जिंदगी मॆं मुलाकात खुशयों से हो
हो सके तो यही अब दुआ कीजिये
हर क़दम पर यूँ थक हार कर बैठना
ठीक होता नहीं हौसला कीजिये
यही आदाब ए इश्क ओ मुहब्बत भी है
आप भी हमसे छुप कर मिला किजिये
छोड़ कर नफ़रतों के सभी बाम ओ दर
चाहतों के सफर मॆं रहा किजिये
वह जो मेरा मुकद्दर नहीं है तो फ़िर
दर्द देता है क्यू फैसला किजिये
आगर जो महसुस करना हो राही का ग़म
तो ग़ज़ल इसकी तन्हा पढा किजिये
#mjrahi
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