तेरे ग़म से आशना होकर
तेरे दर्द को महसूस करना
जैसे आदत है मेरी
तू तो मोहब्बत है मेरी ....
तेरी आँखों में खुद को तलाशना
तेरी यादों में रातों को जागना
जैसे फितरत है मेरी
तू तो मोहब्बत है मेरी ....
आईने से गुफ्तुगू करना
हरपल तेरी आरज़ू करना
खुद पर ये इनायत है मेरी
तू तो मोहब्बत है मेरी ....
………………एम जे रहि
तेरे दर्द को महसूस करना
जैसे आदत है मेरी
तू तो मोहब्बत है मेरी ....
तेरी आँखों में खुद को तलाशना
तेरी यादों में रातों को जागना
जैसे फितरत है मेरी
तू तो मोहब्बत है मेरी ....
आईने से गुफ्तुगू करना
हरपल तेरी आरज़ू करना
खुद पर ये इनायत है मेरी
तू तो मोहब्बत है मेरी ....
………………एम जे रहि
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