एहसास ए ज़िन्दगी एम जे राही
हर पल , हर लम्हा जब रंग बदलने लगती है जिंदगी ,
कभी खुशयों का अनुखा एहसास होता है ,
तो कभी ग़मों का अजीब सा तज्रबा ,
कुछ हालत की आंधी में बह जाते हैं
तो कुछ जज्बात बनकर ज़माने के सामने उभर आते हैं।
और कहलाती है
एहसास ए ज़िन्दगी
हर पल , हर लम्हा जब रंग बदलने लगती है जिंदगी ,
कभी खुशयों का अनुखा एहसास होता है ,
तो कभी ग़मों का अजीब सा तज्रबा ,
कुछ हालत की आंधी में बह जाते हैं
तो कुछ जज्बात बनकर ज़माने के सामने उभर आते हैं।
और कहलाती है
एहसास ए ज़िन्दगी
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